इन्वर्टर बैटरी में पानी डालने का सही वक्त और तरीका क्या है? 90% लोग रहते हैं कंफ्यूज!
इन्वर्टर की बैटरी की परफॉर्मेंस को बनाए रखने के लिए समय-समय पर उसमें डिस्टिल्ड वाटर भरना बेहद ज़रूरी होता है। ज़्यादातर लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं कि पानी कब और कैसे डालना चाहिए। अगर बैटरी का वाटर लेवल कम हो जाए तो उसकी क्षमता पर असर पड़ सकता है। यह जानना भी जरूरी है कि हर इन्वर्टर और बैटरी का मेंटेनेंस साइकल अलग होता है, इसलिए मैन्युफैक्चरर की गाइडलाइन जरूर पढ़ें।

2025 में भी इन्वर्टर (inverter) घरों और दफ्तरों की एक अहम ज़रूरत बने हुए हैं, खासकर उन इलाकों में जहां बिजली बार-बार जाती है। लेकिन इन्वर्टर तभी बेहतर काम करता है जब उसकी बैटरी सही तरीके से मेंटेन की जाए। खासकर बैटरी के अंदर डाले जाने वाले डिस्टिल्ड वाटर (distilled water) का लेवल अगर समय पर चेक न किया जाए तो इससे इन्वर्टर की परफॉर्मेंस पर सीधा असर पड़ सकता है।
बैटरी में पानी क्यों और कब डालना ज़रूरी है?
सबसे पहले ये समझना ज़रूरी है कि इन्वर्टर की बैटरी में डाला जाने वाला पानी बदला नहीं जाता, बल्कि सिर्फ तब डाला जाता है जब उसका लेवल कम हो जाए। और ये पानी सिर्फ डिस्टिल्ड वाटर ही होना चाहिए। अगर पानी का लेवल ज़रूरत से ज़्यादा नीचे चला जाए, तो बैटरी ड्राई हो सकती है और उसकी परफॉर्मेंस धीरे-धीरे गिरने लगती है।
कितना अंतराल रखें पानी भरने में?
इसका जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि आपके इलाके में बिजली कितनी जाती है और इन्वर्टर का कितना इस्तेमाल होता है।
- कम इस्तेमाल: अगर आपके यहां बिजली कट कम होता है और इन्वर्टर का इस्तेमाल भी बहुत कम है, तो हर 2 से 3 महीने में एक बार बैटरी का वाटर लेवल चेक करना काफी है।
- ज्यादा इस्तेमाल: अगर इन्वर्टर का यूज़ ज्यादा होता है—जैसे गर्मियों में लंबे पावर कट के दौरान—तो हर 1 से 1.5 महीने में वाटर लेवल जरूर चेक करना चाहिए।
ध्यान रखें, हर इन्वर्टर और बैटरी का मॉडल अलग होता है, इसलिए मैन्युफैक्चरर की तरफ से दिए गए निर्देश (manufacturer instructions) जरूर पढ़ें।
कैसे पता करें कि बैटरी में पानी डालने की जरूरत है?
हर इन्वर्टर की बैटरी में एक minimum और maximum इंडिकेटर दिया होता है। यह इंडिकेटर बताता है कि बैटरी में पानी का लेवल कहां तक होना चाहिए। अगर पानी का स्तर minimum लाइन से नीचे चला गया है, तो समझ लीजिए अब पानी डालने का समय आ गया है।
लेकिन एक जरूरी बात हमेशा ध्यान में रखें:पानी कभी भी maximum मार्क से ऊपर न जाए। ओवरफिल करने से बैटरी को नुकसान पहुंच सकता है और उसकी लाइफ घट सकती है।