
Sun transit in Gemini: 15 जून से सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करने वाले हैं, जहां वे 16 जुलाई तक रहेंगे। इस दौरान सूर्य का यह गोचर कुछ राशियों के लिए बेहद पॉजिटिव असर लाने वाला है। ज्योतिष के मुताबिक सूर्य करियर और हेल्थ के प्रमुख कारक माने जाते हैं, इसलिए उनका स्थान बदलना सीधे तौर पर आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ पर असर डालता है।
इस बार का सूर्य गोचर खास तौर पर मेष और मकर राशि वालों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है। आइए जानते हैं किन तरीकों से इन दो राशियों को इसका फायदा मिलेगा।
मेष राशि (Aries): आत्मविश्वास और सफलता दोनों में बढ़ोतरी
मेष राशि वालों के लिए सूर्य एक मित्र ग्रह है। गोचर के दौरान सूर्य तीसरे भाव में होंगे, जो साहस, कम्युनिकेशन और छोटे भाई-बहनों से जुड़े मामलों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में इस समय आपका कॉन्फिडेंस काफी बढ़ेगा और निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होगी।
अगर भाई-बहनों से कोई मनमुटाव चल रहा था या उनकी हेल्थ को लेकर चिंता थी, तो अब वहां सुधार के संकेत मिलेंगे। साथ ही पंचम भाव के स्वामी होने के नाते, सूर्य आपके लिए एजुकेशन, लव लाइफ और संतान से जुड़ी उम्मीदों को भी बल देंगे।
जिन छात्रों की हायर स्टडीज की प्लानिंग चल रही है या जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह पीरियड काफी मददगार साबित होगा। इसके अलावा जो लोग फैमिली प्लानिंग कर रहे हैं, उन्हें भी पॉजिटिव रिजल्ट मिल सकते हैं।
सूर्य का यह गोचर लग्न से तीसरे और पंचम भाव से ग्यारहवें (11th house) में होगा, जो इनकम और डेली बेनिफिट्स (financial gains) को दर्शाता है। यानी करियर में तरक्की और इनकम में ग्रोथ के मौके भी मिल सकते हैं।
मकर राशि (Capricorn): रोग, ऋण और विवादों से मिलेगी राहत
मकर राशि के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव में हो रहा है। ज्योतिष में छठा भाव रोग, कर्ज और शत्रुओं से जुड़ा होता है। आमतौर पर पाप ग्रह जैसे सूर्य इस स्थान पर अच्छा फल देते हैं।
इस समय यदि कोई कोर्ट-कचहरी का मामला चल रहा है, तो उसमें राहत मिलने के आसार हैं। अगर कर्ज या हेल्थ से जुड़ी कोई परेशानी है, तो उसमें भी सुधार हो सकता है। चूंकि सूर्य हेल्थ के कारक हैं, और इस समय वे छठे भाव में हैं, इसलिए शारीरिक रूप से भी यह समय आपको मजबूती देगा।
इसके अलावा, सूर्य इस राशि में अष्टमेश बनते हैं यानी आठवें घर के स्वामी। जब अष्टमेश छठे भाव में गोचर करता है, तो यह भी शुभ संकेत माना जाता है। खासतौर पर उन छात्रों के लिए यह समय फायदेमंद रहेगा, जो रिसर्च, इन्वेस्टिगेशन या डीप स्टडी वाले फील्ड्स (deep research-based careers) से जुड़े हैं।