Mock Drill Haryana District List: हरियाणा के इन 11 जिलों में कल मॉक ड्रिल, ब्लैकआउट से गूंजेगा सायरन
देश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद गृह मंत्रालय ने देशभर में अलर्ट जारी करते हुए 7 मई को एक विशाल स्तर की मॉक ड्रिल कराने का फैसला लिया है। इस ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों और प्रशासन की तैयारियों को परखना और मजबूत करना है।

Haryana Mock Drill District List: 244 जिलों में एक साथ होने वाली इस सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल को लेकर खास योजना तैयार की गई है। खास बात यह है कि साल 1971 के भारत-पाक युद्ध के बाद पहली बार इतने बड़े स्तर पर यह अभ्यास किया जा रहा है। हरियाणा के 11 जिलों में इसे युद्ध जैसे हालात मानकर किया जाएगा। ब्लैकआउट, सायरन, और नागरिकों की सुरक्षित स्थानों तक पहुंच—हर पहलू को रियल टाइम में टेस्ट किया जाएगा।
ड्रिल के जरिए सरकार का मकसद नागरिकों को हवाई हमले या युद्ध जैसे हालात में सजग करना, सुरक्षा उपायों की ट्रेनिंग देना और आपसी सहयोग बढ़ाना है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक सहित 11 जिलों में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। पुलिस, फायर ब्रिगेड, होम गार्ड और प्रशासन सभी को अलर्ट पर रखा गया है।
Haryana Mock Drill Cities List
गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह मॉक ड्रिल सिर्फ कागज़ी कार्रवाई नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर जनता और प्रशासन दोनों की सक्रियता का टेस्ट होगी। इसमें हर जिले में तय वक्त पर बिजली काटी जाएगी ताकि ब्लैकआउट की स्थिति में वास्तविक प्रतिक्रिया देखी जा सके। नागरिकों को तेज़ सायरन की आवाज़ सुनकर सुरक्षित स्थानों या बंकरों की ओर तुरंत बढ़ने का निर्देश दिया गया है।
ड्रिल में नागरिकों को यह सिखाया जाएगा कि ऐसी आपातकालीन स्थितियों में कैसे खुद को सुरक्षित रखें, दूसरों की मदद करें और अफवाहों से दूर रहें। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं की सुरक्षा के अलग प्रोटोकॉल तय किए गए हैं। यह पूरा अभ्यास सामूहिक भागीदारी और जागरूकता पर आधारित होगा।
हरियाणा के 11 जिले रहेंगे खास फोकस में (Haryana Mock Drill Area)
हरियाणा सरकार ने इस राष्ट्रीय अभियान के तहत अपनी रणनीति तैयार कर ली है। जिन जिलों में यह मॉक ड्रिल होगी, उनमें शामिल हैं:
गुरुग्राम, फरीदाबाद, पानीपत, रोहतक, हिसार, अंबाला, सिरसा, यमुनानगर, पंचकूला, सोनीपत और झज्जर। इन सभी जिलों में आज से ही ड्रिल की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सिविल डिफेंस, पुलिस, अग्निशमन विभाग और स्थानीय प्रशासन को चौकन्ना कर दिया गया है। गुरुग्राम में विशेष मॉनिटरिंग सिस्टम और कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है जो पूरे अभ्यास पर नज़र रखेगा।
अगर आप इन जिलों में रहते हैं, तो 7 मई को सतर्क रहिए—सायरन बजे तो घबराइए नहीं, बल्कि अभ्यास में पूरी तरह से सहयोग कीजिए। यह मॉक ड्रिल भले ही एक अभ्यास है, लेकिन इसकी तैयारी और भागीदारी ही असली सुरक्षा की बुनियाद है।