Fastag लगी ये गाड़ियां होंगीं ब्लैकलिस्ट, NHAI ने उठाया सख्त कदम!
एनएचएआई ने लूज फास्टैग की वजह से टोल प्लाजा पर आ रही दिक्कतों को देखते हुए सख्त एक्शन लिया है। अब गलत तरीके से लगाए गए फास्टैग की जानकारी मिलने पर वाहन को तुरंत ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

हरियाणा डेस्क: अब अगर आपकी गाड़ी में फास्टैग है लेकिन वह सही तरीके से विंडस्क्रीन पर नहीं लगा है, तो सावधान हो जाइए। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने ऐसे वाहनों को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया को और ज्यादा सख्त कर दिया है।
NHAI का कहना है कि कई ड्राइवर फास्टैग को या तो हाथ में रखते हैं या उसे वाहन में किसी ऐसी जगह पर रखते हैं जहां से उसे स्कैन करना मुश्किल हो जाता है। इस तरह के ‘लूज फास्टैग’ टोल प्लाजा पर टोल वसूली में बाधा बन रहे हैं।
क्या है ‘लूज फास्टैग’ और क्यों है ये बड़ी समस्या?
‘लूज फास्टैग’ उन टैग्स को कहा जाता है जो वाहन की विंडस्क्रीन पर तय जगह पर ठीक से चिपकाए नहीं गए होते, बल्कि इधर-उधर या ड्राइवर के पास रखे रहते हैं। इनकी वजह से टोल प्लाजा पर स्कैनिंग में दिक्कत आती है, जिससे कई समस्याएं पैदा हो रही हैं:
- टोल लेन में भीड़ और ट्रैफिक जाम
- गलत चार्जबैक क्लेम
- टोल सिस्टम में टेक्निकल रुकावट
- अन्य वाहनों को देरी और असुविधा
आने वाले सिस्टम को ध्यान में रखते हुए उठाया गया फैसला
NHAI ने कहा है कि देश में जल्द ही मल्टी-लेन फ्री फ्लो (MLFF) टोलिंग सिस्टम और वार्षिक पास सिस्टम लागू होने जा रहे हैं। इन आधुनिक व्यवस्थाओं की विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि फास्टैग सही ढंग से लगे हों और आसानी से स्कैन हो सकें।
मिलते ही सूचना, तुरंत होगी ब्लैकलिस्टिंग
NHAI ने टोल एजेंसियों और वाहन चालकों को निर्देश दिया है कि अगर किसी वाहन में लूज फास्टैग दिखे, तो उसकी तुरंत जानकारी दी जाए। इसके लिए एक स्पेशल ई-मेल आईडी भी दी गई है, जहां ऐसी शिकायतें दर्ज कराई जा सकती हैं।
प्राधिकरण ने साफ किया है कि सूचना मिलते ही फास्टैग को तुरंत ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा ताकि सिस्टम में पारदर्शिता बनी रहे और बाकी लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।